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NETWORKIN

 NETWORKING

सुचना वितरण के लिये सबसे अधिक सुरक्षित विधि कंप्यूटर मशीन को आपस में जोड़ना है ! इस प्रकार एक स्थान से दूसरें स्थान तक  पहुचाने के लिए एक से अधिक  कंप्यूटर को जोड़ने पर  बनने वाले  कंप्यूटर के समहू  को  कंप्यूटर नेटवर्क  कहते  है ! नेटवर्क की  अवधारणा  लम्बे समय  से  चली  आरी है ! नेटवर्क को एक (interconnected system ) कहा जाता  है  जिसमे टेलीवीजन बोर्डकास्टिंग  नेटवर्क ,सेलुलर  फ़ोन नेटवर्क , कोरियर  नेटवर्क इत्यादि ! अब  कंप्यूटर को सीधे कंप्यूटर  द्वारा  ही  सूचनाये  प्रदान  करने  के  प्रयास  प्रारंभ  हो गए ! सबसे  पहले  एक  ऐसी  प्रणाली  का विकास  हुआ  जिसमे  दो  कंप्यूटर  में  अतरिक्त  हार्डवेयर  व  सोफ्टवेयर  का प्रयोग  करके  उन्हें  एक  केबल  द्वारा   जोड़  कर सीधे  ही  सूचनाओ  का  आदान  प्रदान  किया  जा  सकता  था ! इसमें कंप्यूटर ,केबल्स के एक जाल में आपस में जुड़े रहते है  और सूचनाओ का आदान-प्रदान जल्दी से होता जाता था ! कंप्यूटर के इस जाल को कंप्यूटर नेटवर्क नाम दिया गया !

कंप्यूटर नेटवर्क  के दो प्रमुख प्रकार -LAN and WAN

  • LAN (Local Area Network ) - इस प्रकार के नेटवर्क छोटे होते है 1 इनका क्षेत्र  एक कमरे में रखे कंप्यूटर अथवा इमारत के विभिन्न  कमरो में रखे कंप्यूटर तक ही सीमित होते है ! इस नेटवर्क में जुड़े कंप्यूटर की संख्या कम होती है  !जब एक से अधिक कंप्यूटर केबल से जुडकर एक नेटवर्क स्थापित करते है , तब यह नेटवर्क LAN कहलाता है ! LAN किसी भी कंप्यूटर नेटवर्क की नीव होता है ! 
  •  WAN (WIDE Area Networking)-WIDE AREA NETWORK का क्षेत्र सीमित नही होता है ! यह कंप्यूटर और नेटवर्क -उपकरणों को पृथ्वी के एक कोने को दुसरे कोने तक जोड़ता है ! एक (WAN ) अनेक Local Area नेटवर्क से निर्मित होता है ! जो आपस में संचार माध्यमो ;जैसे-cable.Telephone Lines , Satttelites के माध्यम से जुड़ा होता है ! इस नेटवर्क का प्रयोग कर के एक स्थान से दुसरे स्थान पर सुचना का अदन -प्रदान कर सकता है ! Internet WAN का एक अच्छा उदहारण है !
  • कंप्यूटर नेटवर्क का वर्गीकरण - 

    कंप्यूटर नेटवर्क को दो भागो में बाटा गया है -  peer-to-peer network , and server based network.
    1. PEER-to-PEER Network

      Peer -to-Peer नेटवर्क  में न तो कोई Dedicated Server होताहै और न ही कंप्यूटर के मध्य  (Hierarchy) क्रम होता  है  सभी कंप्यूटर एक समान होते है ; अत उन्हें peersकहा जाता है ! नेटवर्क का प्रतिएक कंप्यूटर , Client और  Server दोनों के रूप में कार्य करता है  !नेटवर्क का Administrator सम्पूर्ण नेटवर्क को  को  Administrateकरने के लिये उत्तरदाये नही होता है !  peer-to-peer नेटवर्क  को  Work group भी कहा जाता है ! peer-to-peer में 10 या इससे कम कंप्यूटर होते है ! 
    2. Server Based Networks

      •  Network Topology 

          नेटवर्क स्थापित करने में एक से अधिक कंप्यूटर की आवशकता  होती है ! तथा इन कंप्यूटर को जोड़ने के तरीकों को नेटवर्किंग की भाषा में नेटवर्क टोपोलॉजी  कहते है ! यह निम्न प्रकार की होती है ! 
        1. Bus Topology -- Bus Topology को Linear Topology भी कहते है ;क्योकि इसमें सभी कंप्यूटर सीधी लाइन में जुड़े होते है ! यह कंप्यूटर की नेटवर्किंग करने का सबसे आसन तरीका है ! इसमें सभी कंप्यूटरों को एक ही केबल जिसे (Bus) भी कहा जाता है के मध्यम से एक ही लाइन में जोड़ा जाता है ! इस केबल को (Trunk) अथवा Communication Channel भी कहा जाता है !बस टोपोलॉजी में यदि इस केबल में कोई खराबी आ जाती ह तो इस टोपोलॉजी पर आधरित नेटवर्क कार्य करना बन्द कर देता है! बस टोपोलॉजी नेटवर्क में एक समय में एक ही कंप्यूटर डेटा Transmit कर सकता है !                                                                                                                            

        2.Ring Topology

      Ring Topology , Bus Topology के समान होते है ! दोनों में अंतर यह है की बस टोपोलॉजी में डेटा Open Circuit ने  जाता है , जबकि Ring topology में डेटा एक Closed  Circuit में होता है !इस टोपोलॉजी में बस टोपोलॉजी की भाति  इसमें केबल का कोंई भी End Terminated नही होता है ! नेटवर्क में डेटा Signal Loop में एक ही दिशा में Travel करते है और प्रतिएक कंप्यूटर से होकर गुजरते है !प्र्तियेक  कंप्यूटर एक Repeater की भाति  कार्य करता है और डेटा -सिगनल को Boost अथार्त Amplify करके अगले कंप्यूटर को भेजता है ! इस टोपोलॉजी में अगर एक कंप्यूटर के फ़ैल (Fail) होने  का  प्रभाव सम्पूर्ण नेटवर्क पर  पड़ता है !

      • Star Topology

        Star Topology की विशेष बात यह होती है की इसमें कंप्यूटर से जुड़े केबल के टुकड़े को Centralized Device जिसे Hub कहते है ,से जोड़ा जाता है ! इस नेटवर्क में यदि HUB fail हो जाता है तो पूरा नेटवर्क Down हो जाता है ! परन्तु यदि HUB से जुड़ा कोई एक कंप्यूटर अथवा cable fail हो जाता है ,तो कवेल कंप्यूटर नेटवर्क से अलग हो जाता है !

       
Hello dosto kase ho aap agr aap ko yh jankari acchi lagi ho to like kre or comment me btae ki yh jankari aap ko ksi lagi , agr koi problam ho to hume btae hum use solv kr ke aap ko btae ge.
aaj ke leye bs itna he..............fir milage...................
                                                                                 THANKU

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Computer Virus

computer virus  वर्तमान में सामान्य कंप्यूटर user के कंप्यूटरों में वायरस के कारण समस्या उत्पन्न होती रहती है ! इस के कारण कभी कंप्यूटर स्क्रीन पर विभिन प्रकार की अक्रती या चिन्ह प्रदर्शित होते रहते है , अथवा कंप्यूटर अन्दर ही अन्दर कुछ प्रोग्रमिंग  करते रहते है , जिस के कारण user को अपने डेटा को खोना पड़ता है ,और जिस से user हार्ड डिस्क में से डेटा को एक्सेस नही कर पता है ! what is computer virus कंप्यूटर virus कुछ निर्दाशो का ऐसा शक्तिशाली प्रोग्राम होता है , जो अपने तरीके से कंप्यूटर को चलता है ,ये virus किसी भी समान्य कंप्यूटर से जुड़ जाता है ! कंप्यूटर virus का प्रमुख कार्य केवल कंप्यूटर मेमोरी से डेटा को ख़त्म destroy करना होता है तथा सम्पर्क में आने वाले सभी प्रोग्रामो को संक्रमित करना होता है , तथा virus कंप्यूटर प्रणाली को बन्द कर देता है !  History of virus  बतया जाता है की पाकिस्तान में रहने वाले दो भाइयो ने virus प्रोग्राम बनाया था ,उन दोनों ने सी - अशर व सी -ब्रेंन नाम के virus बनये थे ,इन दोनों में से सब से चर्चित         सी -ब्रेंन रहा था !  Symptoms o